कुछ
कुछ
कुछ कहानियां है जो
मै अक्सर सुनाया करता था
कुछ गीत थे जो
मैं अक्सर गुनगुनाया करता था
कुछ हमारे किस्से थे
जिन्हें अक्सर सोच
मैं मुस्कराया करता था
कुछ हिंदी गाने
शब्द -ब-शब्द याद थे
क्योकि उनके अल्फ़ाज़ में
मैं तुम्हे खोज पाया करता था
कुछ हमारी तस्वीरे थी
जिन्हें लोग देख के कहते थे
तुम एक-दूसरे के लिए बने हो
कुछ जगहें है
तुम्हारे हॉस्टल के बाहर की
जिन्होंने प्रेम में डूबे
आशिक़ को देखा है
कुछ दोस्त है जो
अनायास ही
तुम्हारी बात छेड़ देते है
कुछ असाइनमेंट है जो
बाबू , सोना के नाम से सेव है
कुछ मेल है जिनमें थैंक्स और
रीगार्ड्स की जगह
है लव यू टू , लव यू ऑलवेज से
रिप्लाई किया गया है
और आज भी
मेरे सारे पासवर्ड
तुमसे शुरू हो के
मुझ पर खत्म होते है
पर अब सब कुछ बेजान है
क्योंकि तुम नही हो
मैं जी लेता है इन यादों ,
बातों और गानों के साथ ,
पर इस तरह से तुम दूर हुई,
कि अब सबकुछ है,
पर कुछ भी ऐसा नही है,
जो जीवंत है ।