ऊँचे चाँद सितारों से
ऊँचे चाँद सितारों से
ये तार जुड़े है तारों से, ऊँचे चाँद सितारों से,
ये टिमटिमाते हैं हज़ारो से, दिखते है रात बहारों से,
मैं हूँ चकोर-सा ताकता, आँखों की पुतली किनारों से,
क्या बात हुई ख़ामोशी में, फिर खामोश सितारों से,
ये तार जुड़े हैं तारों से, ऊँचे चाँद सितारों से,
आकाश के सुंदर तारों से, धरती दिखती नज़रो से,
इस बीच फैले बादलों से, गिरती बूँद सितारों से,
क्या बात हुई अंजुल खोली, बना एक अक्स सितारों से,
ये तार जुड़े है तारों से, ऊँचे चाँद सितारों से,
बूँद छूती मुखड़े से, रवाना करती दुखड़े से,
धरती का आलम भी मचला, पिघला बादल नज़ारों से,
लो भोर हुई है चमकती-सी, सुबह पत्तो पर दिखी तारों से,