फिल्म (मेरा साया),धुन -नैनों में बदरा छाये
फिल्म (मेरा साया),धुन -नैनों में बदरा छाये
आंखों में कजरा चमके
बालों में गजरा महके
तेरे बिन ओ मेरे साजन
कुछ ना लुभाए
सावन की बूंदें लाई
बदरा बहार छाई
बिजली भी चमचम चमके
बारिश की धार आई
सब कुछ सूना तेरे बिन कुछ ना सुहाय
पपीहा पुकारे पी कहाँ
ढूंढें तलाशे यहाँ वहाँ
पिय कब आन मिलेंगे
कह कह बिताए रतिया
अब मोसे मेल करा दे काहे मन तरसाए।