ज़िन्दगी एक शतरंज।
ज़िन्दगी एक शतरंज।
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शतरंज की तरह जिंदगी होती है ...
मुसीबतें चहूं ओर घिरी होती हैं
बिसात पर बिछे मोहरे हैं हम ..
चाल चलते हैं कभी, कभी मात खा जाते हैं
कभी हाथी के समान सीधी चाल ...
तो ऊँट सी टेढ़ी चाल चलते हैं कभी
सही वक्त पर जो सही चाल न चली तो...
जिंदगी की बाज़ी जाते हैं हार
कुछ पाना हो तो कुछ खोना पड़ता है
ठीक वैसे ही ...
कई बार कुछ प्यादों को खोना पड़ता है
पर अंत में जीत उसी की होती है ...
जो चौकन्ने रहकर बाज़ी मार जाते हैं।