मेरी बेचैन आत्मा
मेरी बेचैन आत्मा
मौत के दर से,
अपने पर पे तूने मुझको बिठाया
ज़िंदगी की दौड़ में तूने मुझको जिताया
जाना था अगर तुझे
मेरे दिल में दीप क्यों जलाया ?
बतलाओ ना ए मेरी दिलरूबा !
बतलाओ ना ए मेरी हमनवा !
क्या मेरी बातें
क्या मेरे वादे
में दिखती है बेवफाई ?
क्या हमारे रिश्ते में है तन्हाई ?
बतलाओ ना ए मेरी दिलरूबा !
बतलाओ ना ए मेरी हमनवा !
क्या मेरे कारण तुम्हारा दिल टूटा ?
क्या मेरे कारण तुमहारा सपना टूटा ?
क्या मेरे कारण तुम्हारा नसीब रूठा ?
बतलाओ ना ए मेरी दिलरूबा !
बतलाओ ना ए मेरी हमनवा !