रास्ते में खोती नहीं कोई खबर
रास्ते में खोती नहीं कोई खबर
तुम तक हर खबर मेरी पहुँच जाए
मुमकिन तो नहीं....
फासले बहुत है हमारे दरमियान
दुश्मन बहुत है हमारे दरमियान।
संदेशा किसी को दे भी देंगे तो
तुम को मिल जाएगा पता नहीं....
अरे, अरे, ये हम किस ज़माने की
बात कर रहे हैं...
मोबाइल और इंटरनेट का ज़माना है ये
कोई कबूतर को चिट्ठी देकर नहीं भेजनी
जो मिले ना..
हर बात व्हाट्सएप्प और मोबाइल से
पल में पहुँच जाती है
उसको मिला कि नहीं वो भी पता चल
जाता है,
कोई खबर अब रास्ते मे खोती नहीं
ये मॉडर्न ज़माना है।।