एक रिश्ता
एक रिश्ता
जी लो ज़िन्दगी अपनी तरह से,
शायद यह मौका फिर मिले या न मिले!
मिल लो अपने दोस्तों से,
शायद यह मौका फिर मिले या न मिले!
हराया है बहुत ज़िन्दगी ने तुम्हें,
मौत को हरा दो तुम,
शायद यह मौका फिर मिले या न मिले!
ज़ख्म बहुत मिले है अपनों से,
मिल जाए प्यार शायद अब परायों से?
प्यार पाने का अच्छा है यह अवसर,
शायद यह मौका फिर मिले या न मिले !!
इंसान बनकर पैदा हुए,
कब जानवर बन कर रह गए?
कर लो कोशिश इंसान बनने की,
शायद यह मौका अब फिर मिले या न मिलें!
पहले हम कब मिले थे,
न तुम्हे याद है न हमें।
याद है, आओ गले लगा लो आज सब को,
यह मौका अब फिर मिले या न मिले!