राष्ट्र के गौरव
राष्ट्र के गौरव
आज देश वंदन करता है तुम्हारा पूरे सम्मान से
अमर राष्ट्र के गौरव बन गये अपने बलिदान से।
पड़ोसी के घर आतंकी आकाओं को धूल चटाई है
न्योछावर कर प्राण मां की रक्षा की सौगन्ध जो खाई है।
कायरों की संतानों ने छुपकर पुलवामा पर घात किया
बजरंग बली के भक्तों ने वायुमार्ग से प्रतिघात किया।
पूरा बदला लिया मेरे देश के साहसी वीरों ने
लंका सी दहन कर दी आतंक की शूरवीरों ने।
वीर शिवाजी की संतानों का दुश्मन को यह संदेश है
सिंहों से खेलने वाले हम भरत वंशियों का यह देश है।
हम अटल हिमालय की अडिग पताका लिये शेर है
बस इक दहाड से ही दुश्मन की सेना ढेर है।
ये धरती अंबर चारों दिशायें वीरों का यशगान करे
मृत्यु भी पाकर इन स्वाभिमानी शेरों का सम्मान करे।
भारत के अमर वीर जवानों पर हमें अभिमान है
राष्ट्र रक्षकों को नमन हमारा यें भारत की शान है।