उम्र के इस पड़ाव पर
उम्र के इस पड़ाव पर
उम्र के इस पड़ाव पर,
कई सपने होते हैं आँखों में,
कुछ सपने पूरे हो जाते हैं,
कुछ पीछे छोड़ आते हैं हम !
न जाने कितने ही संसार को,
जी रहे होते हैं भीतर,
कितने सच्चे-झूठे ख्वाब,
सजा रहे होते हैं हम !
इस पल-पल बदलती दुनिया में,
कई किरदार निभाते हैं हम,
कई पुराने रिश्ते छूट जाते हैं,
कई नए रिश्ते बनाते हैं हम !
उम्र के इस पड़ाव पर,
बदल जाते हैं हम,
खुद को खोकर,
नए हो जाते हैं हम !