नैनो की प्यास
नैनो की प्यास
किसी के प्यार
को खोजती
नैनो की प्यास
किसी के प्यार
में बैठा कोई
हताश निराश।
आँखो के इशारे
दिल की बातें
दिल से कहते थे
दोनो एक दूसरे
को चाहते हुए
भी कह न पाए
अपने प्यार को
मिलते रहे हर राह में
बस जता न पाए
अपने ही प्यार को
बचपन से ही जानते थे
साथ में वो खेलते थे
साथ मे ही पढते थे
ज़िन्दगी की
हर राह में
हर मोड़ पर
वो मिलते थे
प्यार तो करते थे
पर कहने में भी
आपस वो डरते थे
चाहते जो
दिल में थी
बस कहने में
मुश्किल थी
दोस्तों यारो में
चर्चा इनकी होती थी
दोस्तों की पहल ने
आपस मे इनको
साथ मे मिलवा दिया
प्यार के इस बंधन को
शादी मे बंधवा दिया
हर मुश्किलो का सही
आज हल हो गया।
दोनो को मिलना ही था
दोस्तों ने मिलवा दिया।
शादी के बंधनो में
आपस मे बंधवा दिया।