सोचा ही नहीं
सोचा ही नहीं
मैं इस कदर तुझको चाहूँगा ...
मैंने सोचा ही नहीं ...
मैंने सोचा ही नहीं
मैं खुद को तुझ में भुला दूंगा
मैंने सोचा ही नहीं
मैंने सोचा ही नहीं
हर वक़्त, हर लम्हे पे लिख दिया है नाम तेरा
हर मंजिल, हर मुकाम पे लिख दिया है साथ तेरा
टूटा जो साथ, छूटा जो हाथ
मैं जीत के हार जाऊंगा
मैंने सोचा ही नहीं
मैंने सोचा ही नहीं
तू रह जुदा, चाहे हो खफा
हर दुआ में मांगु, मैं तेरी शिफ़ा
तेरा दर्द खुद में छुपा लूँगा
मैंने सोचा ही नहीं
मैंने सोचा ही नहीं
तू खुश रहे ये है आरज़ू
तेरे साथ की है जुस्तजू
तू खुश रहे, है मेरा जुनूं
तन्हाइयों में तेरी हंसी सुनू
तू खामोश मुझे कर जाएगी
मैंने सोचा ही नहीं
मैंने सोचा ही नहीं