चलो कुछ लिखते हैं
चलो कुछ लिखते हैं
चलो कुछ लिखते हैं !
अब सब कितने,
मज़बूर से दिखते हैं,
ए.सी. में खरीदते हैं जूते,
और फल-फूल,
धूल में बिकते हैं !
चलो कुछ लिखते हैं !
अब शोरूम में सभी प्राइस,
बार-कोड में लिखते हैं,
और वही सब खरीद उसी शाम,
तरकारी वाले से दो-दो,
रूपये के लिए झगड़ते हैं,
हम सब कितने,
मज़बूर से दिखते हैं !
चलो कुछ लिखते हैं !
अब कोई नहीं पीता,
पानी अपने हाथों से,
क्या सच में इतने,
जर्मस होते हैं,
अपने हाथों में,
जितने विज्ञापन में दिखते हैं !
चलो कुछ लिखते हैं !
अब कोई नहीं जाता,
फोन वाली एस.टी.डी.,
सच में अब कितने,
स्मार्ट फोन बिकते हैं,
कर सकते हैं कॉल,
अपने-अपने फोनों से,
फिर भी ऑनलाइन होते हुए भी,
सब बिजी से दिखते हैं !
चलो कुछ लिखते हैं !