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Anushree Goswami

Drama Inspirational

5.0  

Anushree Goswami

Drama Inspirational

एक नई राह की ओर चला

एक नई राह की ओर चला

1 min
14.9K


कहाँ हूँ मैं उड़ चला,

कहाँ से उड़कर आया हूँ,

क्या वजूद है मेरा,

किसका मैं सरमाया हूँ -

किसकी ख़ामोशी में डूबा,

किसका है ये सारा जहान,


कौन कहे फिर मुझको तू तो,

हर वक्त मेरा बनके रहा -

वो शक्ति है क्या मेरी,

जो भीतर - भीतर जल रही,

जिसके आसरे मेरी ज़िन्दगी,


छुक - छुक करती चल रही -

हर पल यहाँ, हर पल वहाँ,

हूँ आखिर मैं कहाँ उड़ चला,

क्या देश मेरा, क्या वेश मेरा,


किस दुनिया को मैं छोड़ चला -

एक नयी दुनिया कि आस में,

उड़ने कि उस प्यास में,

जल रही थी जो आग भीतर,

रख उसको विश्वास में -


वक्त ने सीखने को,

कितना वक्त है दे दिया,

मैं वक्त को ही भुलाकर,

एक नई राह कि ओर चला -


प्रारम्भ करने को नया युग,

मैं वक्त कि पाबन्दी तोड़ चला,

उन उम्मीदों को पंख देने,

एक नयी राह की ओर चला -

एक नई राह की ओर चला...।


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