नारी
नारी
तुम नारी हो
न अबला हो
न सुकुमारी हो
शक्ति को अपनी पहचानो
यूँ डरकर हार न मानो
दिखला दो इन दरिंदो को
इन भूखे भेड़िये दरिंदों को
हाथ कोई तुम्हें लगा न पाए
वो हाथ वही कट जाए
अपने को लाचार न बनाओ
अपने अंदर की दुर्गा को जगाओ
हर बाधा पार कर सकती हो
तुम्ही तो हो जो जीवन दे सकती हो