पितरों का करिए स्मरण
पितरों का करिए स्मरण
करो याद पूर्वजों को इस पावन श्राद्ध पक्ष में
कोई कमी नहीं होगी, होगी हमारी भरभराट
अगर तुमने छला होगा अपने मां-बाप को
माफ करेंगे वे उनकी माया है।
जिनके कृपा से सृष्टि देखी
ना भूलो उनके कर्तूत्वको करो वंदन
नम्रता से पितरों का करिए स्मरण
मार्ग हमको दिखाएंगे उनके कदम।
हमारे धर्म कर्म यज्ञ याग से
मिलेगी पितरों को सद् गति शुद्ध
दान धर्म यज्ञ संध्या तर्पण वंदन
होगी मोक्ष की बाट हमारी समृद्ध।
खीरपुरी, पंचामृत, पकौड़ी, कचौड़ी
पितरों के पसंद का भोग लगाओ
तृप्ति होगी पितरों की और
स्वाद भावनाए खुद की जगाओ।
अग्नि वायु जल पंचमहाभूत
हमारे तन मन के है स्वास्थ्य रक्षक
दिल से करे हम सत्कार्य
होंगे खत्म मुक्ति मार्ग के भक्षक।