बस तेरा इंतज़ार
बस तेरा इंतज़ार
रिमझिम रिमझिम बरखा बरसे तेरी याद सताये,
बरखा का ही मौसम था जब हम तुमसे मिले थे,
वो तेरा हंसना वो तेरा गुनगुनाना याद आ जाता है,
तेरे संग गुजारे पल याद आ जाते है|
बिछड़ कर भी हम साथ-साथ हैं,
यही तो हमारा सच्चा प्यार है,
ये दुनिया क्या समझेगी हमारे प्यार को,
इसको समझने के लिए उनके पास हमारे जैसे दिल कहाँ है|
हमसफ़र बन कर जो आ जाओगे तुम जीवन में,
जिंदगी का सफ़र और भी हसीं हो जाएगा,
तेरा हाथ होगा मेरे हाथो में और तुझ पर सिर्फ हमारा ही
हक़ होगा,
कोई हमसे फिर तुमको न छीन पायेगा,
प्यार तुम्हारा सिर्फ हमारा और हमारा सिर्फ तुम्हारा होगा|
घड़ियाँ हमारे मिलन की जो
करीब आ रही हैं,
ये धड़कने और भी तेज़ होती जा रही हैं|
तेरी जुदाई अब हमसे ना सही जा रही है,
बस तेरा, तेरा ही इंतज़ार हम;
हर पल करते जा रहे हैं|