भारत को सुधारे
भारत को सुधारे
युनानी मिस्र रूमां सब मिट गए जहाँ से,
बाकी अभी तलक है नामों-निशां हमारा।
कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी,
सदियों रहा है दुश्मन दौरे जमां हमारा ।।
मित्रों प्रस्तुत पंक्तियों को सुन ,
जागी होगी आप में देशभक्ति की धुन ।
देशप्रेम से भर गए होंगे आप सारे,
चलिए इस वर्ष अपने भारत को सुधारे ।।
सवतंत्रता दिवस तो मित्रों आपने कई है देखे ,
चलिए आज वास्तविक भारत को देखे ।
भारत का वास्तविक रूप है बड़ा घिनौना,
यहाँ के नेता तो समझते है राजनीति को एक खिलौना ।।
जो जनता कभी कहती थी की हम है बहन भाई ,
वही आज धर्म के नाम पर करती है लड़ाई ।
राष्ट्रीय एकता तो न जाने चली गयी कहाँ है ,
साम्प्रदायिकता के नाम पर दंगे फसाद होते यहाँ है ।।
महंगाई के कारण आम आदमी दबने लगे है ,
भ्रष्टाचार के चलते नेता अपनी जेब भरने लगे है ।
खेलने की उम्र में मजदूर बनता हैं एक बच्चा ,
पुरुष प्रधान सोच करती है प्रगति की नींव को कच्चा ।।
बाल विवाह के कारण बच्चे खो देते है अपना बचपन ,
दहेज प्रथा के कारण ही लड़की कहलाती है परया धन ।।
पता नहीं क्या हुआ है मेरे भारत को ,
किसने बनाई भेदभाव की दीवार ।
कहाँ खो गया मेरे भारतीयों के मन से भाईचारा ,
कहाँ गया विश्वास का मोती व् प्यार का तारा ।।
कुछ सोचकर ही दिलाई थी स्वतंत्रता बापू ने ,
आखिर देशभक्त के मन में द्वशप्रेम क्यों न होता ।
यह तो अच्छा है कि बापू छपे है आज नोटों पे ,
वरना हमने तो आज उन्हें भी भुला दिया होता ।।
क्या इसी भारत का सपना देखा था बापू ने ,
क्या यही भारत बापू की आँखों का तारा था ।
क्या इसी भारत की तम्मना थी बापू को ,
क्या यही भारत बापू को प्यारा था ।।
अरे ! जानो स्वतंत्रा के मूल्य को ,
यह स्वतंत्रता ही बापू की मेहनत है ।
अरे ,तुमने किया ही क्या है भारत के लिए ,
जो तुम्हे भारत से दिक्कत है ।।
चलो आज कुछ करे भारत के लिए ,
चलो सब को ललकारे ।
एक शक्ति बनकर आज ,
भारत को आओ सुधारे ,
भारत को आओ सुधारे ।।