चाहत
चाहत
हमखयाल, हमजबां, हमसफर चाहते है,
जिंदगी तुझसे थोड़ी कदर चाहते हैं !!
तेरे दामन से बहुत है पाया,
चंद साँसे मर्जी की मगर चाहते हैं !!
रिश्तों की इस अन्जान भीड़ में,
एक चेहरा जाना पहचाना चाहते हैं !!
चाहने की हमारी जिद्द तो देख ले,
खुदा तेरे अपनो में खुद को चाहते है!!