एक छोटी कविता
एक छोटी कविता
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शब्दालंकार ही ना हो,
भावों की व्यंजना भी हो !
भारी भरकम शब्दों की,
अतिरंजना ना हो !!
शब्दों के आक्रमण ना हो,
सुकोमल भावना भी हो !
मधुर भाव, सहजता हो,
मन की सद्भावना हो !!
दिल से लिखी गई हो,
दिल तक पहुंच जाए !
तब कोई कविता रामायण
कवि, कबीर बन पाए !!