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Gorthi Manasvini

Others Inspirational

2.5  

Gorthi Manasvini

Others Inspirational

कलम की कोशिश

कलम की कोशिश

1 min
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ख़ामोशी को एक ज़ुबान मिल गई
ज़ुबान को एक ज़िन्दगी मिल गई
जब लिखने को एक नई जूनून और मकसद मिल गई  
तो कई अनकही कहानियों को एक नई आवाज़ मिल गई. 
    
दबे हुए अरमानों को एक उड़ान मिल गई
अकेलेपन को उसकी जीवन संगिनी मिल गई
जब दर्द बयान करने को एक खूबसूरत स्याही मिल गई
तो कई अनसुने अफ़सानो को बयान करने की शुरुआत हो गई.

पन्नों को उसकी किताब मिल गई
जैसे आत्मा को उसकी शरीर मिल गई
जब स्याही उन अनगिनत पन्नों पर पड़ गई
तो शब्दो को जैसे उसकी सच्ची मंज़िल मिल गई.

चेतना के विकास की आगाज़ हो गई
बदलाव को लाने की एक प्रयास शुरू हो गई
जब कुरीतियों से लड़ने और उसे मिटाने की एक वजह मिल गई
तो अनेक ज़िन्दगियों को एक नयी बाहर और उम्मीद मिल गई.  

एक सच्चे प्रयास को पहचान मिल गई
जागरूकता लाने की सोच की जीत हो गई
जब लोगों के दिलों के फरियादों को एक दिशा मिल गई
तो सबके जीवन में खुशियाँ चुपके से दस्तक कर गई.

एक दिल को उसकी धड़कन मिल गई
जैसे एक राह को उसकी राहगीर मिल गई
जब कलम की कोशिश को उसकी सफलता मिल गई
तो अश्रुओं को उसकी खोयी हुई मुस्कान मिल गई.


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