Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

दयाल शरण

Others

5.0  

दयाल शरण

Others

अकेलापन

अकेलापन

1 min
238


जिंदगी जीने का

सलीका छीन

लेता है

मुखर हो सबसे

मुखातिब हों

तरीका छीन

लेता है

भीड़ में रहकर भी

जो अलग सा

कर ही दे तुमको

जमाने मे

अकेलापन

जुबां को

भींच देता है


बहुत मुश्किल

जो होती है

नए चेहरे से

हंसने को

सभी अपने हो

मगर यतीमी

बन के जीने को

हरेक गुज़रा

हुआ लम्हा

बचपना

ढूंढा करता है

जीते

रोज हैं यारों

मगर इक युग

निगलता हैं


बहुत मन

करता है

कि अब भी

लौट के आये

हंसाती थी

जो वो बातें

उन्हें मुसलसल

फिर से दोहराएं

मगर यह

जिंदगी है दोस्त

कहां पलटती है

मुदस्सर

पल में होती है

खुद से मुयस्सर

होने को

तरसती है


कोई गुमसुम दिखे

चुपचाप हो

उसे ऐसे ही

ना छोड़ो

हाथ पकड़ो

जरा उसका

सिलवटों से

निकलने दो

बहुत मुमकिन है

तुम हंस दो तो

मुस्कुरा वो दे

बहुत मुमकिन है

तुम्हारे गुनगुनाने पे

नया एक

काफिया वो दे

*****


Rate this content
Log in