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Gulab Jain

Inspirational

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Gulab Jain

Inspirational

नया वक़्त, नये लम्हें

नया वक़्त, नये लम्हें

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नयी हो मंज़िलें, नया आग़ाज़ हो

नया हो आसमां, नयी परवाज़ हो

आओ मिलजुल के, सपने नये बुनें

नयी उम्मीदों की, राहें नयी चुनें

नयी हो कोशिशें, नया अंदाज़ हो


हो कितना भी ग़म, फिर भी गाएं हम

राह जीने की, नयी दिखाएं हम

नयी हो धुन अपनी, नया कोई साज़ हो

नयी फ़िज़ाओं के, नये पैग़ाम हों

नये मंसूबों के, उम्दा अंजाम हों,

नये लम्हों में, पुरसुकूं मआज़ हो !



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