दूर कहीं मेरे गाँव में
दूर कहीं मेरे गाँव में
1 min
7.7K
मधुर-मधुर कोयल की बोली
बचपन के मित्रों की टोली
और खेल वो आँख मिचोली
एक आम की छांव में
दूर कहीं मेरे गाँव में
मदमस्त हवाएं बहकी बहकी
चिड़ियाँ भी कुछ चहकीं चहकीं
घुंघरू यौवन के पाँव में
दूर कहीं मेरे गाँव में
सावन का मौसम अलबेला
सब साथ न कोई अकेला
रामू मांझी की नांव में
दूर कहीं मेरे गाँव में...।