शोर ए दिल
शोर ए दिल
हमें रिश्ते बनाने और, निभाने खूब आते हैं ।
उन्हें भी याद रखते हैं, जो हमको भूल जाते हैं ।।
उतर जाना ना गहरे में अगर तरना नहीं आता ।
हकीकत है कि गोताखोर, अक्सर डूब जाते हैं ।।
जो सपने आदमी को ज़िन्दगी हर-दिन दिखाती है ।
कभी कोई तोड़ देता है, कभी खुद टूट जाते हैं ।।
उम्मीदों के घरौंदे तो, बिना बुनियाद होते हैं ।
ये बनते तो यकीं से हैं, वहम से टूट जाते हैं ।।
फ़रक़ अपने-परायों में, है करना हो गया मुश्किल ।
पराये साथ दे देते हैं, अपने लूट जाते हैं ।।
'शशि' दुनियाँ नहीं फानी असल में ये मुसल्सल है ।
हमें कुछ छोड़ जाते हैं, कुछ हमसे छूट जाते हैं ।।