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Shashi Mehra

Romance

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Shashi Mehra

Romance

शोर ए दिल

शोर ए दिल

1 min
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हमें रिश्ते बनाने और, निभाने खूब आते हैं ।

उन्हें भी याद रखते हैं, जो हमको भूल जाते हैं ।।

उतर जाना ना गहरे में अगर तरना नहीं आता ।

हकीकत है कि गोताखोर, अक्सर डूब जाते हैं ।।

जो सपने आदमी को ज़िन्दगी हर-दिन दिखाती है ।

कभी कोई तोड़ देता है, कभी खुद टूट जाते हैं ।।

उम्मीदों के घरौंदे तो, बिना बुनियाद होते हैं ।

ये बनते तो यकीं से हैं, वहम से टूट जाते हैं ।।

फ़रक़ अपने-परायों में, है करना हो गया मुश्किल ।

पराये साथ दे देते हैं, अपने लूट जाते हैं ।।

'शशि' दुनियाँ नहीं फानी असल में ये मुसल्सल है ।

हमें कुछ छोड़ जाते हैं, कुछ हमसे छूट जाते हैं ।।


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