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Kawaljeet Gill

Drama

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Kawaljeet Gill

Drama

खुशियो का बसेरा हो

खुशियो का बसेरा हो

1 min
277


ना ही कोई झूठ ना ही कोई फरेब आता है मुझको,

सत्य की राह और सत्य ही पसंद आता है मुझको,


कल आज कल के खेल में सिमट कर रह गई है जिंदगी,

कहने को तो सब है अपने पर फिर भी कोई नही है,


राह प्यार की चुनी जो हमने तो दुश्मन बहुत बन गए,

नफरत फिर भी ना करना आया हमको जीवन के सफर में,


कोई झूठ भी कह ले हमसे तो सच मान लेते है हम,

और हमारा सच भी लोगो को हजम होता नही,


ऐ जिंदगी ले चल हमें तू दूर कहीं,

जहाँ खुशियों का ही बसेरा हो बसेरा हो..।


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