पछतावा
पछतावा
पापा ने स्मार्ट फोन इस शर्त के साथ
खरीद के दिया था कि वह अपनी
पढ़ाई पर पूरा ध्यान देगा और
शिकायत का कोई मौका नहीं देगा
पर फोन हाथ में आते ही सब कुछ
भूल गया।सारा समय और ध्यान
मोबाइल पर ही लगा रहने लगा।
फेसबुक और वाट्स एप ग्रुप में
बातें होने लगीं। दोस्तों के साथ
बातों में समय बीतने लगा। तरह
के पोज लेकर तस्वीरें खींच कर
फेसबुक में पोस्ट करना रोज का
काम हो गया।
पढ़ने में अब ध्यान कम ही रहता
पापा डाँटते और मम्मी टोकती रहती पर
मोबाइल का नशा सिर चढ़ कर बोल रहा था।
उसके सामने और कुछ नहीं सूझ रहा था
नतीजा यह हुआ कि पढ़ाई में पिछड़ने लगा।
क्लास टेस्ट के नंबर भी कम हो गए
आज टीचर ने कहा अपने
माता पिता को बुलाओ रिजल्ट उन्हीं को देंगे।
ऐसा तो पहले कभी न हुआ था
मम्मी पापा नाराज व दुखी थे।
प्रतिशत बहुत कम होगया था
वह भी बहुत अपसेट था।
उसने तय किया कि अब वह मन लगाकर पढ़ेगा
वह मम्मी के पास जाकर बोला
'सॉरी मम्मी, मैं अब मन लगाकर पढ़ूंगा
मोबाइल में समय बर्बाद नहीं करूंगा।'
मम्मी ने कहा-यह अच्छी बात है
कि तुम खुद ही समझ गए। सुबह
का भूला अगर शाम को घर वापिस
आ जाए तो भूला नहीं कहलाता।