ज़माना हो गया.....!
ज़माना हो गया.....!
वो वक़्त कहीं खो गया
जब मिट्टी में झूमा करते थे
दोस्तों संग घूमा करते थे
हाथों में जब हाथ दिखते थे
मिट्टी में सने हाथों में
असीम जज़्बात सिमटे थे
आज हाथों की हवाएँ
कहीं सो सी गयी हैं
मिट्टी की वो सौंधी ख़ुशबू
कहीं खो सी गयी है
आवाज़ है शोरगुल है
अकेलापन का यहाँ
इक्कठे ठहाके लगाये ज़माना
हो गया
अब तो बस
उपकरणों का व्यापार चलता है
दोस्ती यारों का साथ नहीं
बस इंटर्नेट का ही अब सिक्का चलता है
ट्विटर वट्सप्प फ़ेस्बुक से हुई
दोस्ती सोनिया कुछ इस तरह
रास्ते में अकेले ही
चलते चलते हँसते हम
हँसते हँसते रोते हम
दोस्तों की आवाज़ वौइस् मेसिज हुई
मिलना तो बहुत दूर की बात
दोस्तों से बात किए ज़माना हो गया
वो मिट्टी से सने हाथों संग
दोस्तों का हाथ थामे ज़माना हो गया
दोस्तों का वो स्पर्श पाये
ज़माना हो गया ।।
ज़माना हो गया ।।