मैं युवा हूँ
मैं युवा हूँ
मैं युवा हूँ
दउम्र के इस चौराहे पर
मैं युवा हूँ !
उम्र के इस चौराहे पर
सोचता हूँ ,
किधर
चलूँ !
डगर चुनना आसान नहीं ;
एक तरफ वासनायें
बाहें पसारे ,
एक तरफ भविष्य
की चिंतायें ,
कुछ कर गुजरने की ख्वाहिशों में
जवां हूँ !
मैं युवा हूँ !
बेकार नहीं हूँ मैं ,
बेरोजगार हूँ ।
साकार नहीं हूँ मैं ,
निराकार हूँ ।
मुझमे असीम क्षमताएं
विद्यमान हैं ,
फिर भी क्या कहूँ कि
मैं कहाँ हूँ !
मैं युवा हूँ !
कच्ची मिट्टी हूँ ,
कुम्हार की तलाश में
निकल पड़ा हूँ ।
कुछ पाने की आस में,
चल रहा हूँ ।
निरर्थक नहीं हूँ ,
हालातों से लड़ने को
बना हूँ ।
मैं युवा हूँ !
अन्धकार में हूँ ,
पर तुम्हारा भविष्य हूँ !
कल का कर्णधार हूँ ,
पर आज अदृश्य हूँ !
मैं सपने सजोता हूँ ,
फिर उन्हें टूटते देखता हूँ ।
पर मै टूटा नहीं हूँ ,
फिर से खड़ा होने को
गिरा हूँ ।
मैं युवा हूँ !
समस्या नहीं हूँ
समाधान हूँ मैं !
किसी देश की जान ,मान , शान
और अभिमान हूँ मैं !
मैं ही भगत , अभिमन्यु ,वीर अब्दुल हमीद
बनकर
सबकी धडकनों में
जिन्दा हूँ।
मैं युवा हूँ !
सोचता हूँ
किधर
चलूँ
डगर चुनना आसान नहीं
एक तरफ वासनायें
बाहें पसारे
एक तरफ भविष्य
की चिंतायें
एक तरफ कुछ कर गुजरने की ख्वाहिशों में
जवां हूँ
मैं युवा हूँ
मैं बेकार नहीं हूँ
बेरोजगार हूँ
मैं साकार नहीं हूँ
निराकार हूँ
मुझमे असीम क्षमताएं
विद्यमान हैं
फिर भी क्या कहूँ कि
मैं कहाँ हूँ
मैं युवा हूँ
कच्ची मिट्टी हूँ
कुम्हार की तलाश में
निकल पड़ा हूँ
कुछ पाने की आस में
चल रहा हूँ
निरर्थक नहीं हूँ
हालातों से लड़ने को
बना हूँ
मैं युवा हूँ
मैं अन्धकार में हूँ
पर तुम्हारा भविष्य हूँ
कल का कर्णधार हूँ
पर आज अदृश्य हूँ
मैं सपने सजोता हूँ
फिर उन्हें टूटते देखता हूँ
पर मै टूटा नहीं हूँ
फिर से खड़ा होने को
गिरा हूँ
मैं युवा हूँ
मैं समस्या नहीं हूँ
समाधान हूँ
किसी देश की जान ,मान , शान
और अभिमान हूँ
मैं ही भगत , अभिमन्यु ,वीर अब्दुल हमीद
मैं युवा हूँ !
उम्र के इस चौराहे पर
सोचता हूँ ,
किधर
चलूँ !
डगर चुनना आसान नहीं ;
एक तरफ वासनायें
बाहें पसारे ,
एक तरफ भविष्य
की चिंतायें ,
कुछ कर गुजरने की ख्वाहिशों में
जवां हूँ !
मैं युवा हूँ !
बेकार नहीं हूँ मैं ,
बेरोजगार हूँ ।
साकार नहीं हूँ मैं ,
निराकार हूँ ।
मुझमे असीम क्षमताएं
विद्यमान हैं ,
फिर भी क्या कहूँ कि
मैं कहाँ हूँ !
मैं युवा हूँ !
कच्ची मिट्टी हूँ ,
कुम्हार की तलाश में
निकल पड़ा हूँ ।
कुछ पाने की आस में,
चल रहा हूँ ।
निरर्थक नहीं हूँ ,
हालातों से लड़ने को
बना हूँ ।
मैं युवा हूँ !
अन्धकार में हूँ ,
पर तुम्हारा भविष्य हूँ !
कल का कर्णधार हूँ ,
पर आज अदृश्य हूँ !
मैं सपने सजोता हूँ ,
फिर उन्हें टूटते देखता हूँ ।
पर मै टूटा नहीं हूँ ,
फिर से खड़ा होने को
गिरा हूँ ।
मैं युवा हूँ !
समस्या नहीं हूँ
समाधान हूँ मैं !
किसी देश की जान ,मान , शान
और अभिमान हूँ मैं !
मैं ही भगत , अभिमन्यु ,वीर अब्दुल हमीद
बनकर
सबकी धडकनों में
जिन्दा हूँ।
मैं युवा हूँ !
बनकर
सबकी धडकनों में
जिन्दा हूँ
मैं युवा हूँ