आओ एक दूसरे को गरियाऐं
आओ एक दूसरे को गरियाऐं
यह हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है
हम कभी भी
किसी को भी
गरिया सकते है
उसके कपड़े अपने तीखे प्रवंचन से
तार-तार कर सकते है
उसको इतना ज़लील कर सकते है
क़ि या तो वह किसी ट्रक के नीचे आ जाऐ
अथवा
किसी पुल से छलाँग लगा दें
इससे दो बातें होगी
दाह-संस्कार का ख़र्च बचेगा
बल्कि कुछ चैनल को काम मिलेगा
क़ि एक प्रौढ़ दिखने वाले व्यक्ति ने
पुल से छलाँग लगाई
बेमौत मारा गया
क्या वह किसान था
या किसी पार्टी का वह आदमी
जो अपनी जान तक देने को आमादा रहते है
मसलन साफ़ है चेहरा
क़ि सत्ता पक्ष का बदनाम करने का
अब यह नया चोचला है
देखते रहिये
हमारी न्यूज सबसे पहले
लेते है एक कमर्शियल ब्रेक
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ब्रेक से पहले
हम बात कर रहे थे
उस नौजवान की
जो शहीद हो गया
हाँ तो पेनलिस्ट आप क्या कहेंगे
एक मशहूर चित्रकार, दूसरे पत्रकार
एक प्रोफेसर
और एक गृहणी
सबके विचार-
पहले ग्रहणी-
देखिये, इस महँगाई में मरना सब से आसान तरीका है
हम रोज़ मरते है
अपनी किचन में
कौन आँसू पोंछने आया
यह केंद्र सरकार का नया पैंतरा है
सुनिए बसंती जी
आप नेशनल चैनल पर है
पूरा देश आप को सुन रहा है, आप व्यक्तिगत न होइऐ
अब प्रोफेसर साब से बात करते है
हाँ तो चौबे जी आप का क्या मानना है
देखिये(चौबे जी)
दरअसल महँगाई की बात यहाँ करना
फिजूल है
हमारा सूचकांक कितनी तेज़ी से बढ़ा है
हम विकास के करीब पहुँच रहे है
इस व्यक्ति ने जो निर्णय लिया
वह सरासर गलत था
एक रपट के अनुसार
ऐसे लोगों की संख्या बहुत है
जो पढ़ते नहीं और सारा दोष अपने माँ बाप पर और सरकार पर थोंप देते है
यह आत्महत्या का केस है
पुलिस को तफ्तीश करने दीजिये
और माफ़ कीजियेगा
मुझे अगले चैनल पर भी जाना है
दो मिनट और बैठे(कान में, आपका चेक तैयार हो रहा है,लेते जाइयेगा)
हाँ तो देश के नामी चित्रकार
मनीष वर्मा जी
आप क्या कहते है
देखिये-जब जीवन से रंग अपना रास्ता बदल ले,तो इस तरह का प्रयास कतई न करे
जीवन कितना ख़ुशहाल है
ख़ुशियों से भरा हुआ है
प्रभु में मन लगाने से शान्ति मिलती है
पूजा करे
आराधना करे
मन को सुक़ून मिलेगा
और
जीवन में रंग अपने आप उतर जाऐंगे
आप का बहुत बहुत शुक्रिया
आज एक ज़बरदस्त चर्चा हुई
दोस्तों मिलते है अगले हफ्ते
एक नई स्टोरी के साथ
आप का अपना चैनल
गरियाने का सत्र खत्म हुआ
अब गरियाने के लिए नऐ विषय की तलाश है
पैकअप।