चाँद
चाँद
मौसम है सुहाना
घटाएं घनघोर हैं
आसमान में चांद छुपा है
मेरा चाँद कहाँ है ?
रिमझिम रिमझिम बारिश
तन को जब भिगोये
नयनों में है प्यार भरा
पर चाँद नजर न आए
बैठी वो यमुना तट पर
बावरिया अकेली
मद्धम मद्धम
हवाएं भी सताये उसे
सहेली बन कर
धड़कन भी उसकी
बेताब होने लगी है
बस एक सवाल उसको
दिन रात सताने लगी है
मेरा चाँद कहाँ है ?
मेरा चाँद कहाँ है ?