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Saurabh Sharma

Drama

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Saurabh Sharma

Drama

तनहा तनहा रह गया ये दिल

तनहा तनहा रह गया ये दिल

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तनहा तनहा रह गया ये दिल,

जब से अपना कह गया ये दिल !


बेवफ़ायी का आलम तो देखो,

हर वफ़ा को सह गया ये दिल !


कोशिशें सब बेकार हो गयी थी,

बेचारा बन के रह गया ये दिल !


क्या क़सूर था ना जान सका ये,

उल्फ़तो में बस बह गया ये दिल !


ठोस करके बुनियाद इश्क़ की,

ख़ुद बे-खुदी में ढह गया ये दिल !


ख़ूबसूरती तो देखो तुम इसकी,

तन्हाई कितनी सह गया ये दिल !


चलो अब आगे तुम बढ़ो 'सफ़र',

पीछे काफ़ी रह गया ये दिल !


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