तनहा तनहा रह गया ये दिल
तनहा तनहा रह गया ये दिल
तनहा तनहा रह गया ये दिल,
जब से अपना कह गया ये दिल !
बेवफ़ायी का आलम तो देखो,
हर वफ़ा को सह गया ये दिल !
कोशिशें सब बेकार हो गयी थी,
बेचारा बन के रह गया ये दिल !
क्या क़सूर था ना जान सका ये,
उल्फ़तो में बस बह गया ये दिल !
ठोस करके बुनियाद इश्क़ की,
ख़ुद बे-खुदी में ढह गया ये दिल !
ख़ूबसूरती तो देखो तुम इसकी,
तन्हाई कितनी सह गया ये दिल !
चलो अब आगे तुम बढ़ो 'सफ़र',
पीछे काफ़ी रह गया ये दिल !