दिल की खुशी
दिल की खुशी
गौर मत फ़रमा हौसला-शिकन[1] की बातों पर,
तू वही मंज़िल रख तेरे दिल की खुशी जहां है।
फिर क्या हुआ जो उनमें है वो तुझमें नहीं,
अरे दोस्त जो तुझमें है वो उनमें भी कहां है।
शख़्स बदल सकते हैं उन्हें बनाने वाला नहीं,
वो पाक खुदा जहां पहले था आज भी वहां है।
डर कैसा जब पूरी तैयारी है निशाने की तरफ़,
तीर तेरी तरकश में हैं और हाथ में कमां[2] है।
कोई करे ना करे पर तू खुद पर एतबार रख,
करके दिखा वही सब जो कहती तेरी जुबां है।
सीख ले हर शै से ज़िन्दगी जीने का तरीका,
हर तस्वीर कुछ ना कुछ करती जरूर बयां है।
तिशनगी[3] में क्या नहीं कर सकता कोई अशीश,
लगन से नामुमकिन काम करना भी आसां[4] है।
[1] प्रेरणाहीन
[2] कमान
[3] प्यास
[4] सरल