उदास मन
उदास मन
मन कभी कभी
अपने आप ही
उदास हो जाता है
न चाहते हुए भी
कहीं खो जाता है
बच्चे हो या पत्नी हो
सभी सुख मय रहे
उसी में हमारी भी
हर दम खुशी होती है
जीवन की मोह माया
बीवी बच्चो में
जुड़ी होती है
कोई भी परेशान हो
उदास हो निराश हो
हमारी भी उदासी
परेशानी बढ़ जाती है
हर घर में दैनिक
समस्याएं होती हैं
निपट भी जाती है
घर मे बड़े होने की
जबावदारी भी एक
समस्या रहती है
सुबह से शाम बस
दिन भर ही आपा-धापी मची रहती है
इस गर्मी में ये
बिजली भी आँख
मिचौली करती रहती है
जब चाहे मन मर्जी से
आती-जाती रहती है
गर्मी से सब परेशान
बस उदासी छाई रहती है
हर इंसान का जीवन
बस ऐसा ही ढल गया है
खुशी में खुश रहता है
थोड़ी परेशानी में
बस उदास हो जाता है।