तुम्हारा क्या होगा ?
तुम्हारा क्या होगा ?
सैलाब नयन में न उमड़े,
ऐ ज़ाम तुम्हारा क्या होगा ?
यमुना तीरे बंसी ना बजे ,
ऐ श्याम तुम्हारा क्या होगा ?
---
छोटा जीवन छोटी यादें
थोड़े कस्मे थोड़े वादे
गर राह में यूँ तूफाँ न उठे ,
अन्जाम तुम्हारा क्या होगा?
बस नाम ही नाम मिले सबको,
बदनाम तुम्हारा क्या होगा ?
----
ऐ जीवन खुशियाँ आऐगी इसकी ढाँढस रखे रहना
कुछ ख़ुशियाँ आँसू लाऐगी इसकी आदत रखे रहना ,
पहचान सभी से हो जाये ,
अनजान तुम्हारा क्या होगा?
हर कोने गीत अगर गाये
वीरान तुम्हारा क्या होगा?
----
आना- जाना लुक्का छुप्पी
कहीं कोलाहल , छाई चुप्पी ,
गर सबको जीवनदान मिले
शमशान तुम्हारा क्या होगा?
सम्मान सभी का हो जाये
अपमान तुम्हारा क्या होगा ?