धन्य हो जाते हैं
धन्य हो जाते हैं
कुत्ते को रोटी खिलाओ
गाय को पानी पिलाओ
राहगीर के लिए पानी और छाँव की व्यवस्था करो
सही मायनों में आप अपने भीतर में दया का संचार करो।
कि नकली लोग आपके जीवन में आएंगे
झूठ को सच बनाकर आप पर हावी हो जाएंगे
अपनी कहानी को इस तरह पेश करेंगे की
आप जल्दी से विश्वास कर लेंगे।
ना आपके बस में है ना लोगों के
हम सब बने है एक ही मिट्टी के
हमारे पास भी वो ही नुस्खे हैं
जो सबने इस्तेमाल के लिए सम्हाल रखे हैं।
जो सफल हो गया वो ही चालाक
बाकि सब देखते रह जाएंगे बेबाक
कोसेंगे यूँ कहकर की "आजकल सच्चे का ज़माना ही नहीं"
पर असल में अपनी नाकामी बताते नहीं।
ये कारवाँ रुकने वाला नहीं
हर कोई अपनी हरकतों से बाज आने वाले नहीं
जो रुक गया वो मर गया
जो बढ़ गया वो जीत गया।
ये संसार है अजीबो गरीब
दोस्त और दुश्मन रहते हैं करीब
मौके की तलाश है सब को
सब को अमीर बनना है रात ही रात को।
कुछ ही लोग "खुदाई" को जानते हैं
अपने वजूद को भी सही मानते हैं
"जो है पास वो ही सही" समझकर ध्यानमग्न हो जाते हैं
दे सकते हैं वो दे कर अपने आप में धन्य हो जाते हैं।