फासले
फासले
सब कुछ सही था कभी,
तेरे-मेरे दरमियां।
एक दिन हमारे बीच 'मैं' आया,
फिर 'मैं' 'तू-तू मैं-मैं' में बदल गया,
कुछ नहीं है दरमियां,
फासले हैं और लम्बी खामोशियाँ।।
सब कुछ सही था कभी,
तेरे-मेरे दरमियां।
एक दिन हमारे बीच 'मैं' आया,
फिर 'मैं' 'तू-तू मैं-मैं' में बदल गया,
कुछ नहीं है दरमियां,
फासले हैं और लम्बी खामोशियाँ।।