साथ मेरा है जीवन
साथ मेरा है जीवन
भर रहे हो जहर तुम खुद अपने आशियाने में,
छीन कर साँसे मेरी, इमारतों के महखानों में;
मेरी हरियाली से ही जीवन तुम्हारा है,
मैं जन्म लेता हूँ तो तुम्हारा ही सहारा हूँ,
बड़ी-बड़ी इमारतों ने मेरे वजूद को हिला डाला,
कहीं कारखानों में तो कहीं महलों में मुझे दबा डाला,
आज स्वच्छ नहीं हैं साँसें भी तुम्हारी, तुमने खुदने खुद का जीवन छीन लियाl