Neha Yadav
Drama
बहुत आसान होता है
किसी की आलोचना करना,
जबकि उतना ही कठिन है,
किसी की अच्छाई को समझ पाना।
यादों की बारि...
देशहित में
घर छोड़ जाने क...
मकाम हैं हम
मैं तुम का भे...
सच्चाई
वो पहली मुलाक...
विश्वास
संवेदनशील नार...
बहारें
तुम्हें पाने की हसरत में, हैं जमाने भर रहे आधे । तुम्हें पाने की हसरत में, हैं जमाने भर रहे आधे ।
डाल डाल झूला झूलती थी अपनी मनमानी चलती थी डाल डाल झूला झूलती थी अपनी मनमानी चलती थी
बुरा लगता है जब ख़ुद की हंसी उड़ते हुए देखना पड़ता है, बुरा लगता है जब ख़ुद की हंसी उड़ते हुए देखना पड़ता है,
पशु-पक्षियों को दाना-पानी देते सेवा उनकी करते है।। पशु-पक्षियों को दाना-पानी देते सेवा उनकी करते है।।
क्योंकि उसने पहले बदलाव की उम्मीद नहीं की थी क्योंकि उसने पहले बदलाव की उम्मीद नहीं की थी
न पा सके जो लक्ष्य कभी भी, उपदेशक बनते आज वही न पा सके जो लक्ष्य कभी भी, उपदेशक बनते आज वही
क्यों गिला ग़ैर से करते आप हैं आप ही हैं प्रभार कमी के लिए क्यों गिला ग़ैर से करते आप हैं आप ही हैं प्रभार कमी के लिए
जिसे देखो, फ़्री में गुरु, बना हुआ ज़ूम पर कोरोना से बचाव, ज्ञान बाँट रहा ज़ूम पर। जिसे देखो, फ़्री में गुरु, बना हुआ ज़ूम पर कोरोना से बचाव, ज्ञान बाँट रहा ज़ूम पर।
वो स्पर्श करके एहसासों के मोती हाँ बहुमूल्य सभी सौगातें करते हैं. वो स्पर्श करके एहसासों के मोती हाँ बहुमूल्य सभी सौगातें करते हैं.
गौरव बढ़े हर मात-पिता का, सबसे ऐसी बात करो गौरव बढ़े हर मात-पिता का, सबसे ऐसी बात करो
तुम्हारे गुस्से से डर लगता है, इसलिए शब्द भी ध्यान से चुनता हूं। तुम्हारे गुस्से से डर लगता है, इसलिए शब्द भी ध्यान से चुनता हूं।
कारण बन जाऊँ किसी की खुशी का ईश्वर से ये आशीष चाहता हूँ कारण बन जाऊँ किसी की खुशी का ईश्वर से ये आशीष चाहता हूँ
तरक्की उनकी विकास भी उनका करने वाले को मिलती सजा है तरक्की उनकी विकास भी उनका करने वाले को मिलती सजा है
ढले जो मन के अक्स में उस पर इठलाती है जिंदगी ढले जो मन के अक्स में उस पर इठलाती है जिंदगी
बीते पलो की याद सजाये, मन आज फिर भर आया है। बीते पलो की याद सजाये, मन आज फिर भर आया है।
सुना है बहुत घूमते हो दोस्तों के साथ मुझे भी घुमा दो कभी सुना है बहुत घूमते हो दोस्तों के साथ मुझे भी घुमा दो कभी
मनो मस्तिष्क में शून्य लिए खूब हो रहे अपराध है। मनो मस्तिष्क में शून्य लिए खूब हो रहे अपराध है।
जब मैं और तुम हम हो जाते हैं। जब मैं और तुम हम हो जाते हैं।
अद्भुत दुनिया में जी रहे जैसे मरने की भी फुर्सत नहीं अद्भुत दुनिया में जी रहे जैसे मरने की भी फुर्सत नहीं
बहका के सँभालो वक्ष लगा लो मुझको सुनो कभी ये कह न देना मेरा काम नहीं.. बहका के सँभालो वक्ष लगा लो मुझको सुनो कभी ये कह न देना मेरा काम नहीं..