थोड़ा हँस लो मेरे यार
थोड़ा हँस लो मेरे यार
सब अपने काम में व्यस्त हैं
चिंताओं के बोझ तले दबे हैं
अपने और अपनों के लिए
समय हीं नहीं है
हँसना भूल गये हैं|
माना काम है जरूरी
अपनो का साथ भी है जरूरी
बैठो अपनो के साथ दो-चार घड़ी
मिलकर देखो सब के साथ सब टी.वी
हँसो और हँसाओ
सब चितांये भूल जाओ
बचपन में खो जाओ
ठंडे दिमाग से सोचो, सब मुश्किल होगी उड़नछू
हँसो इतना....
पेट में बल पड़ जाये
धरती घूम जाये
आकाश नीचे आ जाये
बीमारी दूर भाग जाये