आम जनता
आम जनता
देश की सीधी
सच्ची आम जनता ।
कोर्ट कचहरी थाने
जाने से डरती है ।
थाने में सुनवाई कम
बेइज़्ज़ती ज्यादा होती है ।
कुछ भी बोलने पर
लाकप में बंध करने
की धमकी मिलती है ।
पैसो की दान दक्षिणा
वहाँ सभी की करो ।
तभी कुछ राहत कुछ
बोलने कहने की
राहत मिलती है ।
जन सेवा मानवता
थाना परिसर से
बाहर ही रहती है ।
जन सेवा देशभक्ति
के इस मंदिर मे
जितनी दान दक्षिणा
चढाओगे उतना ही
हल्का केश बनता है ।
सच और कानून बताने
वालो पर तगड़ा कई
धारायें लगाकर केश
बनाया जाता है ।
पैसा खिलाओ
जमानत पाऔ
या फिर नेता मंत्री
से सिफारिस कराओ
तभी काम बनता है ।
थाने मे पुलिस वाले
कोर्ट में बकील बाबू
सब कुछ लूट लेते है ।
न्याय मिलने की
उम्मीद कम बस
तारीख पर तारीख
बढा ही देते है ।
तभी तो आम जनता
हत्या दुष्कर्म दुराचार
जैसे जघन्य अपराधो मे
गवाही देने से डरती है ।
थाने कोर्ट कचहरी के
चक्कर से डरती है ।
वहाँ का नाम सुनकर
ही डर कर घबड़ाती है ।