"ज"
"ज"
"ज" से वो "जोश" जो "ज्वाला" बन के दहक उठे |
"ज" से ही है वो "जज़्बा" जिससे मन का विश्वास दमक उठे||
"ज" से ही वो "जुनून" जो "जनक" होता है "जीत" का |
"ज" से ही वो "जज़्बात" जिससे दिल मिले मनमीत का ||
"ज" से वो "ज़रूरतें" जो इरादे हमारे बनाती है |
"ज" से वो "जंग" जो "ज़मीन" पे लकीरें बनाती हैं ||
"ज" से वो "ज़िद" जो मंजिल तक पचाती है |
"ज" से ही वो, "ज़िन्दादिली" जो "जीवन" सुनहरा बनाती है ||
"ज" से ही वो "जुस्तज़ू" जो "जानशीं" को करीब लाती है |
"ज" से ही है वो "ज़हर" जो दिल में भरे जाते हैं |
"ज" से ही "जग" है सारा, "ज" से ही "जहान" है ||
"ज" से ही "जेवर" है भाषा, "ज" से ही यह "ज़ुबान" है |
"ज" से ही वो "जागरूक", "जवान" जो बनाता देश महान है ||