एक अकेला मतवाला
एक अकेला मतवाला
जन्म लिया था जब दुनिया में,
मेरा भी पग था डगमगवाला,
आया था दुनिया में तब,
एक अकेला मतवाला।
आयी जब जवानी मेरी,
तब देखे मैने रंग सभी के,
फिर पड़ा दुनिया से पाला,
मै एक अकेला मतवाला।
जनमदिन के अवसर पर,
मिली खूब बधाईयाँ मुझे।
घर पहुंचा तो लगा था ताला,
मैं एक अकेला मतवाला।
आए कई इस जिंदगी में,
सुख दुख का एहसास कराने,
खुदा था तमाशा बनानेवाला,
मैं एक अकेला मतवाला।
खुश हो जाता हूँ मैं यूँ ही,
खुद से बातें करते करते,
दुनिया में चेहरा मुखोटोवाला,
मैं एक अकेला मतवाला।
बीती जवानी आया बुढ़ापा,
पूरी जिंदगी मन में छापा,
एक बार फिर पग डगमगवाला,
मैं एक अकेला मतवाला।
निकल गयी अब सासें मेरी,
खुदा आ रहा हूँ पास तेरे,
कोई भी न था रोनेवाला,
मैं एक अकेला मतवाला।
कई कब्र थे मेरे कब्र के पास,
फूल लेकर आते उनके खास,
सभी के कब्र से आवाज आई,
कहाँ हैं तूझे पूछनेवाला?
मैने भी कह दिया कि,
मैं एक अकेला मतवाला।
मैं एक अकेला मतवाला ।।