जिंदगी
जिंदगी
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चली बयार तो अहसास खुशनुमा लाती।
खुशी के चार पलों को वो जिंदा कर जाती।
मिला के हाथ बड़े छोटे साथ लड़ते है।
जो आन खतरे में इस देश की कभी आती।
रहा गवाह किताबों के पन्नों में सबकुछ।
कि हौसलों के बिना जंग लड़ी नहीं जाती।
लिखे हुए को बदलना बड़ा है नामुमकिन।
लिखा हुआ है जो ईश्वर ने है करामाती।
अगर नहीं है तुम्हारे हृदय में मानवता।
तेरी ये जिंदगी फिर जिंदगी न कहलाती