लपेटकर तिरंगा
लपेटकर तिरंगा
चल पड़े कुर्बानी देने के लिए
लपेटकर तिरंगा शहीद सैनिकों
अश्रु के फूल ही हम आपको
चढ़ाते हैं भेंट में प्यारे सैनिकों।।
माला पिरोकर भाव दिल में
शहीद सैनिकों की हम याद करे
आकाश के बीचों बीच चमचमाते
है ये बन करके प्यारे सितारे।।
देकर देश सेवा में अपने प्राण की
अनमोल अनभिद्न आहुती
शौर्य का इतिहास रचकर
मानवता के लिये होते विभूति ।।
अपने संसार को लगाकर दाँव पर
अहम कार्य को देते है अंजाम
भारत माँ की आँचल में लहूलुहान
चैन की नींद देते है हमे इनाम।।
देश के वीर सपूतों का भारी इंतज़ाम
वीरगति कर्मों में सर्वोत्तम महान
राष्ट्र के प्रबल प्रहरी वीर सरदार
नतमस्तक है हम बारंबार तुम्हें सलाम।।