मेरा पहला प्यार
मेरा पहला प्यार
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब सँवरती हूँ,
आईने के सामने।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब बसाती हूँ,
काजल बनाकर तुमको पलकों में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब सजाती हूँ,
बिंदी बनाकर तुमको माथे पे।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब महसूस करती हूँ,
तुमको धीमी धीमी साँसों में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब सोचती हूँ,
तुमको ख्वाबों-खयालों में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब धड़कते हो,
दिल बनकर सीने में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब पाती हूँ,
समंदर सी गहराई तुम्हारे प्यार में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब डुबती हूँ,
तुम्हारे प्यार के सागर में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
जब संग भीगती हूँ,
तुम्हारे प्यार की फुहार में।
खुद से प्यार करने लगती हूँ,
क्योंकि आज मैं ये जानती हूँ,
तुम हो, हाँ तुम्हीं हो,
मेरा पहला-पहला प्यार।।