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manish shukla

Others

5.0  

manish shukla

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तेरे हाथ का साथ

तेरे हाथ का साथ

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इन हाथों को,

साथ तेरा, जब यूँ मिल जाए

लगे के जैसे, धरती-अंबर

पुनर्मिलन हो जाए

बचपन से इन हाथों ने,

दिया मुझे सहारा

माँ, दीदी ने मार्ग दिया

तूने अर्धांगिनी बन

जीवन संवारा

इन हाथों की कसम मुझे,

मैं भी धर्म निभाऊंगा,

तेरे नारी गौरव का

हर पल मैं मान बढ़ाऊंगा


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