चूम लेते हो मेरे होंठ
चूम लेते हो मेरे होंठ
चेहरे पर रौशनी तुम्हारी,
मेहताब की तरह,
आँखों में नशा तुम्हारी,
शराब की तरह।
चूम लेते हो मेरे,
होंठों को शायरी बनकर,
चुभते भी हो कभी-कभी,
गुलाब की तरह।
चेहरे पर रौशनी तुम्हारी,
मेहताब की तरह,
आँखों में नशा तुम्हारी,
शराब की तरह।
चूम लेते हो मेरे,
होंठों को शायरी बनकर,
चुभते भी हो कभी-कभी,
गुलाब की तरह।