बीत जाएंगे कल
बीत जाएंगे कल
हम हैं अब यहाँ,
कल ना जाने होंगे कहाँ,
याद आएंगे वो बीते रास्ते,
जो बीत जाएंगे कल यहाँ!
मौसम भी सुहाना था,
यादों-सा तराना था,
मिल के साथ चले थे हम,
जब ना रास्तों का कोई ठिकाना था!
वक़्त जब पास हो,
यारों का भी साथ हो,
एक ख्वाइश रहेगी मन में,
कि हमारी यारी कभी ना नाश हो!
जो था कल यहाँ,
ना आएगा अब यहाँ,
बस एक बार आखें बंद कर याद करना,
कि तेरे साथ वो दोस्त था कहाँ, था कहाँ!