अपना ख्याल रखना
अपना ख्याल रखना
एक तीली जलाई मैंने और,
आसमान में उछाल दी,
और सूरज से कहा है,
तुम अपना ख्याल रखना।
मैंने अंजलि भर पानी की,
एक किश्त चुका दी है,
और समंदर से बोल दिया है,
जरूरत पड़े तो याद करना।
यहाँ मैं खामोशी से काट रहा हूँ,
तेरा दिया हुआ एक-एक पल,
मुझे वहाँ बुलाने से पहले,
तू सारे जवाब तैयार रखना।
बेगुनाहों के खून से सनी निकली,
मेरी अस्थियों की हाण्डी,
बस तुम जमींदारों से कहना है,
अपनी जमीनों का हिसाब रखना।
एक तीली जलाई मैंने और,
आसमान में उछाल दी,
और सूरज से कहा है,
तुम अपना ख्याल रखना।